बिलासपुर। छत्तीसगढ़ बंद। महाराष्ट्र चालू। 10 से 15 रुपए किलो जैसी कीमत पर उपलब्धता बनी रहेगी तरबूज में क्योंकि महाराष्ट्र में भी फसल जोरदार बताई जा रही है। इधर खरबूज 20 से 25 रुपए किलो जैसी कीमत पर मजबूत है।

फल बाजार गुलज़ार है तरबूज और खरबूज की आवक से। उपभोक्ता मांग ने गति पकड़ी हुई है क्योंकि तेज गर्मी की वजह से यह दोनों खूब खरीदे जा रहे हैं। मांग में आम बैगनफल्ली बना हुआ है लेकिन तोता से कड़ी प्रतिस्पर्धा करनी पड़ रही है क्योंकि कीमत तोता की लगभग आधी ही है।

छत्तीसगढ़ बंद, महाराष्ट्र चालू

नदी- तटों में तरबूज की खेती का रकबा बीते साल की तुलना में कुछ कम था लेकिन भूजल उपलब्धता वाले बागों में तरबूज की खेती का रकबा बेहद सावधानी से बढ़ाया गया। फलों के थोक कारोबारी नरसिंह शर्मा के मुताबिक़ इसी वजह से मांग के अनुरूप तरबूज की उपलब्धता सामान्य बनी रही। अब छत्तीसगढ़ की फसल अंतिम दौर में है इसलिए महाराष्ट्र से तरबूज की आवक होने लगी है। खुदरा बाजार में 12 से 15 रुपए किलो पर उपलब्ध है। अलबत्ता खरबूजा 20 से 25 रुपए किलो पर मजबूत है।मुकाबला तोता और बैगन फली के बीच

मुकाबला तोता और बैगन फली के बीच

होलसेल में 40 से 45 रुपए किलो। रिटेल में 50 से 65 रुपए किलो। बैगन फली में बोली जा रही है यह कीमत आने वाले दिनों में कम होने की संभावना बनती नजर आ रही है क्योंकि तोता ने फल बाजार में अपनी आमद दर्ज करवा दी है। थोक में 20 से 25 रुपए और चिल्हर में 30 से 35 रुपए किलो की यह कीमत बैगन फली के बढ़ते बाजार के लिए ब्रेक मानी जा रही है लेकिन पसंद में अब भी बैगन फली ही आगे है।

संतोषजनक मांग इनमें

500 रुपए प्रति 20 किलो के पैक में सौदे हो रहे हैं केला में। स्थिरता का यह रुख आगे भी बने रहने की धारणा है क्योंकि मांग के अनुरूप आपूर्ति हो रही है। इसी तरह 50 से 60 रुपए किलो जैसे भाव पर अनानास भी शांत है लेकिन 200 रुपए प्रति किलो जैसी उच्च कीमत के साथ आयातित सेब बेहतर मांग की प्रतीक्षा कर रहा है।