मांग की मात्रा हुई आधी


बिलासपुर।  हरी सब्जियों में उबाल के बाद अब सूखी सब्जियां गर्म होने लगी हैं। सब्जी उपभोक्ताओं पर इसे दोहरी मार माना जा रहा है।

झुरगा और राजमा सहित दलहन की ऐसी प्रजातियां जो हरी सब्जियों का विकल्प मानी जाती हैं, अब महंगी होने लगी है। एक और परिवर्तन यह भी महसूस किया जा रहा कि इनमें मांग लगभग शून्य ही है। जबकि ऐसा कभी होता नहीं। हमेशा से हरी सब्जियों में तेजी के दौरान इनमें मांग निकलती रही है।

खरीदी शून्य, फिर भी तेज

डिमांड में रहता है झुरगा और राजमा लेकिन पहला अवसर है जब यह स्थिति दूर है। इसके बावजूद खुदरा बाजार में झुरगा 120 से 125 रुपए किलो पर मजबूत है। सामानांतर में बिकने वाला राजमा 130 से 135 रुपए किलो की कीमत के साथ झुरगा से आगे निकल चुका है।

दोनों मटर गर्म

हाॅटल और फास्ट फूड काऊंटर। यह दोनों हलाकान हो चुके हैं क्योंकि जरूरत प्रतिदिन पड़ती है। विवशता में ही सही, हरा मटर की खरीदी 73 से 75 रुपए, आउटर  एरिया की दुकानें  80 से 92 रुपए किलो की दर पर कर रही हैं। जबकि सफेद मटर के लिए 50 रुपए देने पड़ रहे हैं। आऊटर  की दुकानों में यह 55 से 60 रुपए किलो पर पहुंचा हुआ है। संकेत तेजी के बराबर मिल रहे हैं।

पीछे यह भी नहीं

हल्की मांग है घरेलू उपभोक्ताओं की लेकिन स्ट्रीट फूड काऊंटर और हाॅटलों की डिमांड है, चना काबुली और चना खैरी में। चाट और गुपचुप ठेले भी नियमित खरीदी करते हैं लेकिन 90 से 120 रुपए की दर पर मिल रहा काबुली चना और 74 से 75 रुपए किलो पर चल रहा चना खैरी, खरीदी की मात्रा कम करने जैसे फैसले के लिए विवश कर चुका है।

By MIG