बारीक चावल होने लगा गर्म


बिलासपुर। मांग कमजोर है। फिर भी बारीक चावल में गर्मी बनी हुई है। ऐसे में खंडा की खरीदी ने जोर पकड़ा हुआ है। यह गर्मी और खंडा में खरीदी का क्रम आगे भी निरंतर बना रह सकता है क्योंकि बारीक धान की कीमत बढ़त लिए हुए हैं।

दलहन और तिलहन के बाद अब तेजी की सूची में चावल ने भी अपना नाम दर्ज करवा दिया है। तेजी इतनी ज्यादा आ चुकी है कि चावल के बाजार में खंडा ने अपनी हिस्सेदारी 70 फीसदी तक बढ़ा ली है। यह इसलिए क्योंकि खड़ा चावल की कीमत क्रयशक्ति से बाहर जा चुकी है।

और गर्म विष्णुभोग

धान की कीमत 4500 रुपए क्विंटल पर पहुंचने के बाद विष्णुभोग चावल में अब तक 1000 रुपए क्विंटल की तेजी आ चुकी है। इस तेजी के बाद इसका चावल रिकॉर्ड 77 से 80 रुपए किलो पर पहुंच चुका है, तो खंडा भी 42 से 45 रुपए किलो जैसी ऊंचाई पर पहुंचकर संकेत दे रहा है आगे और भी तेजी का।

गर्म है सियाराम

चावल बाजार में सियाराम चावल, खरीदी के मामले में दूसरे नंबर पर रखा जाता है। तेज अब यह भी बोला जाने लगा है लेकिन इसमें भी खंडा की मांग सबसे पहले की जा रही है क्योंकि कीमत प्रति किलो 40 से 42 रुपए जैसी क्रयशक्ति के भीतर ही है जबकि खड़ा चावल 60 से 64 रुपए किलो जैसी कीमत पर मजबूत है।

कम नहीं एच एम टी भी

एच एम टी धान 2900 से 3100 रुपए क्विंटल पर पहुंचने के बाद चावल ने 53 से 58 रुपए किलो जैसी नई कीमत अपने नाम कर दी है। इसके बावजूद खंडा 36 से 45 रुपए किलो पर खरीदा जा रहा है। तेजी की धारणा इसमें भी है क्योंकि इस बार बारीक धान की खेती का रकबा कम होने की खबर है।

भविष्य तेजी सूचक

बारीक चावल में तेजी की धारणा इस बार बने रहने की है क्योंकि बोनी में किसानों ने बारीक की बजाय मोटा धान को प्राथमिकता दी है यह इसलिए क्योंकि समर्थन मूल्य बढ़ा हुआ है। लिहाजा मंडी में बारीक धान की आवक काफी कमजोर बनी हुई है। यह तब, जब सीजन की मांग बारीक धान में निकली हुई है।